शामिल हुए,
तो, आसमान से उतर,
तारे ...सारे,
कदमों में मेरे झिलमिल हुए.....
तुम जब से जिन्दगी में मेरी,
शामिल हुए,
तो, पैगाम-ए-मोहब्बत,
जर्रे ...जर्रे से,
हमें हासिल हुए......
तुम जब से जिन्दगी में मेरी,
शामिल हुए,
तो, मंझधार में भी,
कश्ती को ..मेरी,
हासिल साहिल हुए....
तुम जब से जिन्दगी में मेरी,
शामिल हुए,
तो,रास्ते ख़ुद ब ख़ुद,
कदमों तले ..मेरे,
आकर मंजिल हुए.....
तुम जब से जिन्दगी में मेरी,
शामिल हुए,
तो,दुनिया में हम
तेरी वज़ह ...से,
और नाम से तेरे फ़ाज़िल हुए......
तुम जब से जिन्दगी में मेरी,
शामिल हुए,
तो, एक तेरे होने से,
बसससस....
हम हर शय् को मात,
देने के काबिल हुए....!!!!!
✍नेहा चौधरी की क़लम से 🙏🙏🙏
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